राजस्थान प्रदेश में महिला मुखिया होने के बाद भी राज्य की महिलाओं के स्वास्थ्य के साथ घोर लापरवाही का मामला देखने को मिला।
झुंझुनू के मुकुन्दगढ़ में आयोजित हुआ नसबन्दी शिविर…
राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुकुन्दगढ़ में, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुकुंदगढ़ में ‘महिला नसबंदी शिविर’ घोर अनियमितता देखने को मिली और अव्यवस्थाओं का आलम ऐसा रहा कि आज रविवार को सुबह 7:00 बजे से ही आई हुई माताएं-बहनें खाली पेट नसबंदी टीम का इंतजार करती रही लेकिन टीम गाड़ी खराब होने का बहाना बनाकर लेटतीफी करती रही।
महिलाओं की बिगड़ी हालत….
शिविर स्थल आधी अधूरी सुविधाओं ने शिविर में नसबन्दी करवाने आई माहिलाओं की हालत बिगाड़ी, शिविर स्थल पर ना तो पीने के लिये पानी की व्यवस्था थी और ना ही धूप ने बचने के लिये किसी छाया की।
इसी बीच मौके पर पहुंचे आप लोकसभा प्रभारी विजेंद्र सिंह डोटासरा ने हॉस्पिटल पहुंचकर ड्यूटी डॉक्टर एवं सीएमएचओ डॉक्टर राजकुमार डांगी से बातकर ऑपरेशन प्रक्रिया को तुरंत चालू करने के लिए कहा लेकिन तब भी ऑपरेशन शुरू नहीं हो पाया क्योंकि जो मशीन टीम अपने साथ टीम लेकर आई थी वह मशीनें पहले से खराब थी और दुर्भाग्य की बात यह रही कि शिविर स्थल पर सुबह से भूखी-प्यासी बैठी अधिकतर महिलाएं पानी एवं छावं की कमी की वजह से बेहोश होने लग गई, जयपुर से सुबह 9:00 बजे शुरू होने थे वह 3:00 बजे तक भी शुरू नहीं हो पाए, स्थानीय स्टाफ ने नवलगढ़ से दूसरी मशीन मंगवाकर दी तब कहीं जाकर ऑपरेशन शुरू हुआ भी लेकिन ऑपरेशन करवाने आई माहिलाओं को बेड भी नसीब नहीं आखिर ये हुआ कि ऑपरेशन के बाद माहिलाओं को फर्श पर ही लिटा दिया। शिविर में आए लोगों ने आई टीम के लापरवाही बरतने पर नाराजगी जताई, डोटासरा ने सीएमएचओ एवं डॉक्टर अनिल अग्रवाल को पाबंद किया की आने वाली टीम की लापरवाही बर्दाश्त के बाहर है और इस तरह की लापरवाही दुबारा नहीं हो, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएं और दोषी कर्मचारियों अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही हो।