जयपुर: कॉलेज में जींस और टी-शर्ट पहनकर आने वाले विद्यार्थियों को अब तय यूनिफॉर्म पहनकर कॉलेज में आना होगा। सभी सरकारी और एडेड कॉलेजों के छात्र-छात्राओं को यूनिफॉर्म का पालन करना होगा। राजस्थान की उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने सोमवार (5 मार्च) को पत्रकारों से कहा कि कॉलेज में ड्रेस कोड लागू करने की मांग छात्र-छात्राओं ने की थी। उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। आपको बता दें कि राजस्थान के कॉलेजों में अब विद्यार्थियों को ड्रेस कोड के आधार पर यूनिफॉर्म पहननी होगी।
पहले पाठ्यक्रम, फिर स्कूलों में भगवा कपड़े- कांग्रेस
शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने कहा कि हमने किसी खास रंग के कपड़े पहनने को नहीं कहा है। कॉलेज जिस रंग की यूनिफॉर्म तय करेगा, उसमें विद्यार्थियों से भी सुझाव मांगे गए हैं। वहीं किरण माहेश्वरी के इस बयान पर कांग्रेस के नेता गोविंद देव सिंह ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राजस्थान की सरकार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के इशारे पर चल रही है। पहले इन्होंने पाठ्यक्रम में बदलाव किया, फिर स्कूलों में भगवा कपड़े पहनने का आदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि यह सरकार सब कुछ भगवा कर सभी को बाबा बनाना चाहते हैं।
खास बातें….
- विद्यार्थियों को ड्रेस कोड के आधार पर पहननी होगी यूनिफॉर्म
- किसी खास रंग के कपड़े पहनने को नहीं कहा- शिक्षा मंत्री
- भगवा कर सभी को बाबा बनाना चाहते हैं- कांग्रेस नेता गोविंद
कॉलेजों में तय ड्रेस कोड के बिना एंट्री नहीं…
सरकार का मानना है कि कॉलेजों में तय ड्रेस कोड नहीं होने से बाहरी छात्र या अवांछित तत्व आकर कॉलेज में छात्राओं के साथ छेडछाड़ की घटनाओं को अंजाम देते हैं। ऐसी घटनाओं से कॉलेज का माहौल तो बिगड़ता ही है, साथ ही क्राइम का रेट भी बढ़ जाता है। यूनिफॉर्म लागू होने के बाद अवांछित तत्वों और बाहरी छात्रों आसानी से पहचान में आ सकेंगे। सरकारी और एडेड कॉलेजों के छात्र-छात्राओं को ड्रेस कोड का पालन करना होगा. कॉलेज की ओर से यूनिफॉर्म तय करने के लिए सुझाव मांगे गए हैं। कॉलेज प्रशासन ने इसके लिए विद्यार्थियों, छात्र संघ सदस्यों आदि से ड्रेस के रंग और प्रकार पर सुझाव मांगे है। बताया जा रहा है कि तय यूनिफॉर्म नहीं पहनने पर विद्यार्थियों की कॉलेज में एंट्री नहीं होगी।