मिज़ोरम: एमएनएफ ने चुनाव आयोग से किया आग्रह, विधानसभा चुनाव मे ईवीएम की बजाय मतपत्र का उपयोग करे
देश मे चुनाव जैसे ही नज़दीक आते है पार्टियों की तरफ से तरह-तरह की माँगे उठने लगती है| कुछ समय पहले ही देश मे लोकसभा और विधानसभा चुनाव मे ईवीएम की जगह मतपत्र का इस्तेमाल किए जाने की माँग ने तूल पकड़ी थी, राज्य स्तर पर और केंद्र की विपक्षी पार्टियों ने चुनाव मे ईवीएम से छेड़-छाड़ होने का अंदेशा जताया था, जिसे बाद मे चुनाव आयोग ने खारिज किया था|
मिज़ोरम मे चुनाव करीब आते ही यह माँग फिर सामने आई है| मंगलवार को विपक्षी मिजो नेशनल फ्रंट) ने मांग की कि ईवीएम के बजाय मिज़ोरम में 28 नवंबर के विधानसभा चुनावों में मतपत्र का इस्तेमाल किया जाए।
एमसीएफ के वरिष्ठ नेता एच रमावी ने ईसी टीम से मिलने के बाद कहा “भारतीय चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल क्यों किया जाना चाहिए? यहां तक कि विकसित देश भी मतपत्रों का उपयोग करते हैं। ईवीएम बेहद महँगा हैं,”|
इसी दौरान एमएनएफ ने चुनाव आयोग की टीम से 11 दिसंबर को होने वाली वोटों की गिनती के दौरान हॉल मे मोबाइल जेमर स्थापित करने की भी अपील करी|
राज्य में चुनावी तैयारी की समीक्षा करने के लिए ईसी टीम मिज़ोरम की यात्रा पर है। 40 सदस्यीय मिज़ोरम विधानसभा का चुनाव 28 नवंबर को होगा।
एक अन्य विपक्षी दल, नेशनल पीपुल्स पार्टी ने चुनाव आयोग से आग्रह किया कि चुनाव से पहले सड़क की स्थिति में सुधार के लिए मिज़ोरम सरकार को निर्देश दें, एनपीपी नेता ने कहा कि राज्य में ज्यादातर सड़कों और राजमार्गों की स्थिति बहुत बुरी है, इससे चुनावी कामकाज के साथ-साथ राजनीतिक दलों को भी काफ़ी परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है|
अब देखना यह है की कई बार खारिज कर दिए जाने के बाद भी बार उठ रहे इस ईवीएम के विरोध और मतपत्र के इस्तेमाल की माँग पर चुनाव आयोग क्या निर्णय लेता है|