जयपुर । प्रदेश में इसी साल 2018 के अंतिम महीनों में होने वाले विधानसभा चुनाव की चारों ओर चर्चा का विषय है। और दिनों दिन अब ये चर्चा ओर भी जोरो शोरों से हो रही है। प्रदेश की दोनों पार्टियां(कांग्रेस और बीजेपी) ने अपना-अपना पक्ष मजबूत करते हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव 2018 की दौड़ में लग गए है। दोनों पार्टियां जीत के लिए अपने-अपने स्तर पर तैयारियों में कमीं नहीं छोड़ रही है, साथ ही विशेष प्लान के साथ आगामी चुनावों की तैयारी कर रही है।
वहीं अब इस राजनीति की दौड़ में कुछ प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल हो रहे है। यह प्रशासनिक अधिकारी अपने पद से सेवानिवृत हो चुके है और अब राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट चाहने वालों की कतार में है। साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी का टिकट चाहने वालों पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ करीब दो दर्जन सेवानिवृत आईएएस, आईपीएस अधिकारी शामिल है। यह अफसर भी बॉयोडाटा हाथ में लेकर नेताओं के घर और ऑफिस के चक्कर लगा रहे है।
उपचुनाव के बाद टिकट लेने वालों की बढ़ी तादाद…
रिटायर्ड अधिकारी पीसीसी चीफ सचिन पायलट एवं पूर्व सीएम अशोक गहलोत से खुलकर मिलते दिख रहे है, तो वहीं कुछ मौजूदा अधिकारी भी कांग्रेस के नेताओं से सम्पर्क साधे हुए है। इसकी पुष्टि खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने की उन्होंने कहा कि कुछ प्रशासनिक अधिकारी खुद आकर मिल रहे है तो कुछ किसी के जरिए जानकारी से मिल रहे हैं। राजस्थान में उपचुनाव में कांग्रेस ने राजस्थान में बड़ी जीत दर्ज की है। इस कारण भी टिकट चाहने वालों की तादाद बढ़ गई है। यह भीड़ फिलहाल प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में नजर ना आकर सचिन पायलट के आवास पर नज़र आ रही है।
ये अफ़सर है कांग्रेस का टिकट लेने की कतार में…
सूत्रों से पता चला है की पूर्व आईपीएस बृजेन्द्र सिंह झाला, पूर्व आईपीएस रामदेव सिंह खेरवा, पूर्व आईएएस महेन्द्र सिंह, आर.के.मीणा, सियाराम मीणा, लालचंद असवाल आदि अफसरों के नाम टिकट लेने वालों की कतार में सामने आ रहे है।